Russia Ukraine War LIVE: दुनिया के सभी एयरपोर्ट व बंदरगाहों पर प्रतिबंधित हो रूस, राष्ट्रपति जेलेन्सकी ने की मांग..
संसाधन कम है तो क्या हुआ... हिम्मत और जोश के साथ साहस कम नहीं। इसका सबूत दे रहे हैं यूक्रेनी। राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेन्सकी की अगुवाई में पूरा देश रूस के हमलों का पिछले पांच दिनों से जवाब दे रहा है।
पूर्वी यूक्रेन से देश की राजधानी तक पहुंच चुके रूस के हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। आज पांचवां दिन है रूस की तुलना में यूक्रेन के पास संसाधनों की कमी है लेकिन जोश और हिम्मत से राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेन्सकी के साथ पूरा देश अपने सरहद को बचाने में जुटा है। इस बीच पहली बार सोमवार को दोनों देशों के अधिकारियों ने बात की लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया। इस बातचीत के बाद राजधानी कीव में सिलसिलेवार धमाकों की आवाजें सुनाई दीं हैं।
यूक्रेन में कीव से जान बचाकर लोग बाहर जाने को आतुर हैं। ट्रेनों की शुरुआत के साथ ही लोग राजधानी में स्टेशन पर पहुंच गए। इनके मन में डर है।LIVE Updates:-
- राष्ट्रपति जेलेन्सकी ने दुनिया भर के एयरपोर्ट और बंदरगाहों पर रूस को प्रतिबंधित करने की मांग की है।
- यूक्रेन के विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा (Dmytro Kuleba) ने कहा कि अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिकंन (Antony Blinken) ने मदद की पेशकश की है जो रूस पर प्रतिबंध लगाने से लेकर यूक्रेन को हथियार उपलब्ध कराने की है।
- 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा में यूक्रेन संकट पर बैठक हुई। इस सप्ताह रूस को आइसोलेट करने पर होगी वोटिंग।
- फ्रांस के विदेश मंत्री जीन येव्स ले ड्रायन (Jean-Yves Le Drian) ने कीव स्थित दूतावास को लविव (Lviv) स्थानांतरित करने का एलान किया है।
- कनाडा, फिनलैंड ने यूक्रेन को सैन्य सहायता के तहत राइफल, एंटी टैंक हथियार व अन्य साधन उपलब्ध कराने का फैसला किया है।
- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत ने यूक्रेन संकट को देखते हुए मानवीय सहायता पहुंचाने पर जोर दिया।
फेसबुक ने यूक्रेन के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान रोका
न्यूयार्क टाइम्स के अनुसार फेसबुक की मूल कंपनी मेटा ने कहा है कि उसने अपने इंटरनेट प्लेटफार्म पर यूक्रेन और वहां नागरिकों के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान पर रोक लगा दी है। मेटा के अधिकारियों ने कहा कि रूस और यूक्रेन के लोगों के साथ ही बेलारूस से जुड़े एक समूह द्वारा भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही थी।
मेटा ने कहा कि एक समूह द्वारा यूक्रेन के खिलाफ गलत सूचनाएं साझा की जा रही थीं। इनमें यूक्रेन को विफल देश बताया जा रहा था और रूस का समर्थन किया जा रहा था। कंपनी ने कहा कि जांच में पाया गया कि दुष्प्रचार का संबंध न्यूज फ्रंट और साउथ फ्रंट नामक दो समूहों से जिनके खिलाफ 2020 में इसी तरह के अभियान से जुड़ने की साक्ष्य मिले थे। ये समूह रूस सरकार के दुश्मनों के खिलाफ दुष्प्रचार करते हैं। मेटा के अधिकारियों ने कहा कि उसके फेसबुक और इंस्टाग्राम प्लेटफार्म पर ऐसे पोस्ट को पांच हजार लाइक मिले थे। ऐसे सभी पोस्ट को हटा लिया गया है।
मोलोतोव काकटेल से रूसी सेना का मुकाबला कर रहे यूक्रेनीरूस के टैंकों और स्वचालित हथियारों का सामना करने के लिए यूक्रेन के लोग पूरी ताकत के साथ जुटे हैं। सेलेब्रिटी से लेकर आमजन तक सेना में भर्ती हो रहे हैं। अब यूक्रेन की बीयर कंपनियों और लोगों ने एक नया तरीका रूसी सेना से मुकाबले के लिए निकाला है। यह लोग बीयर की बोतलों में 'मोलोतोव' काकटेल यानी बोतल बम बनाकर रूसी टैंकों और सैनिकों पर हमला कर रहे हैं। यह काम यूक्रेन के कई शहरों में हो रहा है।
सरकार ने बीते दिन देश की जनता से बोतल बम बनाने को कहा था। राजधानी कीव और डेनिप्रो से लेकर अन्य शहरों में भी यह तरीका लोग अपना रहे हैं। मोलोतोव काकटेल बनाने की इस प्रक्रिया में बजुर्ग महिलाएं भी शामिल हैं। यूक्रेन की बीयर कंपनी ने अब बीयर बनाना बंदकर बोतलों को मोलोतोव बनाने के लिए प्रयोग करने के लिए देना शुरू कर दिया है।
जेलेन्सकी ने रूसी सैनिकों से की अपील
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेन्सकी ने हमलावर रूसी सैनिकों से उनके ही भाषा (रूसी) में अपील की। उन्होंने कहा, 'आप अपने हथियार रख दें और चले जाएं वापस।' उन्होंने यह भी कि कहा कि यूक्रेन के जेलों में बंद कैदी भी रूस के खिलाफ जंग में हिस्सा ले सकते हैं। बता दें कि आज यूक्रेन-बेलारूस सीमा पर दोनों देशों के अधिकारियों की वार्ता हुई लेकिन इसके खत्म होने के तुरंत बाद कीव में सिलसिलेवार धमाकों की आवाजें सुनाई दीं। हालांकि अभी अधिक विवरण नहीं है।
जेलेन्सकी के सलाहकार माइचौलो पोडोल्याक (Mykhailo Podolyak) ने बताया कि दोनों देशों के अधिकारियों के बीच यूक्रेन-बेलारूस सीमा पर वार्ता हुई। इस दौरान संभावित सीजफायर पर ही जोर रहा। उन्होंने कहा कि दूसरे दौर की वार्ता भी जल्द ही होगी। वहीं वार्ता में हिस्सा लेने वाले रूसी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख व्लदीमिर मेडिन्सकी (Vladimir Medinsky) ने कहा कि यह वार्ता करीब पांच घंटे तक चली। वहीं संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने भी यूक्रेन में जारी रूसी हमलों पर चिंता जताई और कहा कि सैनिकों को अपने बैरक में वापस लौट जाना चाहिए। नेताओं को शांति से समझौता करने की जरूरत है। आम लोगों की रक्षा करनी होगी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिन्हित सीमाओं के भीतर यूक्रेन की संप्रभुता, स्वतंत्रता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए।
(Courtesy : jagran)
Edited by k.s thakur..

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