ऑपरेशन केलर से कांपे आतंकी! पुलवामा-शोपियां में 6 ढेर, पढ़ लीजिए खूंखारों की कुंडली...
Pulwama Shopian Encounter Terrorist Profile: पहलगाम हमले के बाद भारत का पलटवार, पुलवामा और शोपियां में 6 आतंकियों का खात्मा. सेना ने ऑपरेशन केलर में लश्कर और जैश को करारा जवाब दिया. यहां पढ़िए मारे गए आतंकियों की कुंडली.
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पहलगाम में 26 निर्दोष पर्यटकों हत्या की. इस हत्या की आग अभी शांत भी नहीं हुई थी कि आतंक के सौदागरों ने पुलवामा में नापाक इरादे दिखाने की हिमाकत की. लेकिन भारत माता के वीर सपूत, हमारी जांबाज सेना के सजग प्रहरी पल भर भी चूके नहीं.
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उन्होंने दुश्मनों की हर नापाक कोशिश को मिट्टी में मिला दिया. पुलवामा की धरती तीन आतंकवादियों – आसिफ अहमद शेख, अमीर नज़ीर वानी और यावर अहमद भट्ट के खून से लाल हो गई. ये सभी जैश-ए-मोहम्मद के नापाक मंसूबों को लेकर आए थे.
इधर पुलवामा के बाद शोपियां में भी आतंकियों ने नापाक हरकत को अंजाम देने की कोशिश की. लेकिन, हमारे वीर जवानों ने एक और साहसिक कदम उठाते हुए ‘ऑपरेशन केलर’ के तहत तीन और आतंकवादियों को मार गिराया है. यह कार्रवाई आतंकवादियों के मंसूबों को करारा झटका है और शांति की दिशा में एक और मजबूत कदम है. आइए जानते हैं सभी आतंकियों की कुंडली.
क्या है ऑपरेशन केलर?
ऑपरेशन केलर एक कोडनेम है जो भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा जम्मू और कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ चलाए गए एक विशिष्ट आतंकवाद विरोधी अभियान को दिया गया था. यह नाम किसी विशेष रणनीति या स्थायी ऑपरेशन का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह उस विशेष ऑपरेशन की पहचान करने के लिए इस्तेमाल किया गया था जो 13 मई 2025 को शोपियां के केलर इलाके में चलाया गया था.
ऑपरेशन केलर एक कोडनेम है जो भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा जम्मू और कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ चलाए गए एक विशिष्ट आतंकवाद विरोधी अभियान को दिया गया था. यह नाम किसी विशेष रणनीति या स्थायी ऑपरेशन का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह उस विशेष ऑपरेशन की पहचान करने के लिए इस्तेमाल किया गया था जो 13 मई 2025 को शोपियां के केलर इलाके में चलाया गया था.
इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य उस क्षेत्र में छिपे हुए आतंकवादियों को निशाना बनाना था. खुफिया जानकारी के आधार पर, राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू और कश्मीर पुलिस और CRPF की एक संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी की और तलाशी अभियान चलाया.
पुलवामा में मारे गए आतंकि आसिफ अहमद शेख, अमीर नजीर वानी, और यावर अहमद भट्ट तीनों ही पुलवामा जिले के रहने वाले थे. तीनों जैश-ए-मोहम्मद (JeM) नामक आतंकवादी संगठन से जुड़े हुए थे.
आसिफ अहमद शेख:
संगठन: जैश-ए-मोहम्मद (JeM)निवास: पुलवामा, जम्मू और कश्मीरकहा जाता है कि वह अवंतीपोरा का जिला कमांडर था और 2022 से आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय था.पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में शामिल होने का भी आरोप है.
अमीर नजीर वानी:संगठन: जैश-ए-मोहम्मद (JeM)निवास: पुलवामा, जम्मू और कश्मीर2024 से आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था.
यावर अहमद भट्ट:संगठन: जैश-ए-मोहम्मद (JeM)निवास: पुलवामा, जम्मू और कश्मीर2024 से जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ था और पुलवामा जिले में सक्रिय था.शोपियां में मारे गए आतंकियों के लश्कर से संबंध थे. मंगलवार 13 मई 2025 को हुई मुठभेड़ में तीन खूंखार आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया.
शाहिद कुट्टे:संगठन: लश्कर-ए-तैयबा
(LeT) का शीर्ष कमांडर.निवास: चोटिपोरा हीरपोरा, शोपियां.श्रेणी: ‘ए’ श्रेणी का आतंकवादी.गतिविधियां: मार्च 2023 में आतंकवादी रैंकों में शामिल हुआ. कई आतंकवादी घटनाओं में शामिल था.8 अप्रैल, 2024 को डैनिश रिज़ॉर्ट पर गोलीबारी इसमें दो जर्मन पर्यटक और एक ड्राइवर घायल हो गए थे.
18 मई, 2024 को हीरपोरा, शोपियां में बीजेपी सरपंच की हत्या.फरवरी 2025 में कुलगाम के बेहीबाग में टीए कर्मियों की हत्या में संदिग्ध भूमिका.कहा जाता है कि वह पहलगाम में 22 अप्रैल के आतंकवादी हमले में भी शामिल था.पहलगाम हमले के बाद 26 अप्रैल 2025 को उसके घर को ध्वस्त कर दिया गया था.
अदनान शफी डार:संगठन: लश्कर-ए-तैयबा (LeT)निवास: वांडूना मेलहोरा, शोपियां.श्रेणी: ‘सी’ श्रेणी का आतंकवादी.गतिविधियां: 18 अक्टूबर 2024 को लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हुआ. उसी दिन शोपियां के वाची में एक गैर-स्थानीय मजदूर की हत्या में शामिल था.पहलगाम हमले के बाद 26 अप्रैल, 2025 को उसके घर को भी ध्वस्त कर दिया गया था.
एहसान उल हक शेख: संगठन: लश्कर-ए-तैयबा (LeT)निवास: मुर्रन, पुलवामा.माना जाता है कि वह भी आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय था और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ था.पहलगाम हमले के बाद 26 अप्रैल, 2025 को उसके घर को भी ध्वस्त कर दिया गया था.
Edited by k.s thakur...




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