Assembly Election In J&K : चुनाव आयोग ने तेज की जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव की तैयारी, मतदाता सूची का रिवीजन शुरू..

Assembly Election In J&K : चुनाव आयोग ने तेज की जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव की तैयारी, मतदाता सूची का रिवीजन शुरू..


Assembly Poll In Jammu Kashmir जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव होने हैं और उनसे पूर्व मतदाता सूचियों की समीक्षा एवं संशोधन आवश्यक है। इस प्रक्रिया में मतदाताओं और उनके मतदान केंद्रों का क्रम तय किया जाएगा।

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श्रीनगर  : जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तरफ कदम बढ़ाते हुए चुनाव आयोग ने मतदाता सूचियों की समीक्षा की प्रक्रिया शुरू कर दी है। नई मतदाता सूची का प्रथम प्रकाशन 31 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा। इस दौरान मतदाताओं को आपत्तियां एवं सुझाव देने का अवसर दिया जाएगा।

नई दिल्ली में इस संबंध में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार राय और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय की संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक हुई। ऐसे में जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव इसी वर्ष अक्टूबर-नवंबर में कराने की संभावना तीव्र हो गई है। राज्य के लिए गठित परिसीमन आयोग पांच मई को अपनी रिपोर्ट सौंप चुका है। परिसीमन के बाद अब विधानसभा क्षेत्रों की सीमाओं का पुनर्निर्धारण और मतदाता सूचियों का प्रकाशन किया जाना है। उसके बाद ही प्रदेश में विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं।

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नई दिल्ली में हुई बैठक में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार राय और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय ने जम्मू कश्मीर में मतदाता सूचियों और निकट भविष्य में होने वाले चुनावों की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने जम्मू कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को परिसीमन के बाद विधानसभा क्षेत्रों का नया मानचित्र तैयार करने और संबंधित मतदाता सूचियों की समीक्षा का कार्य पूरा करने के साथ ही 31 अगस्त तक नई मतदाता सूची का प्रथम प्रारूप तैयार करने के आदेश दिए।

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जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव होने हैं और उनसे पूर्व मतदाता सूचियों की समीक्षा एवं संशोधन आवश्यक है। इस प्रक्रिया में मतदाताओं और उनके मतदान केंद्रों का क्रम तय किया जाएगा। मतदाताओं के लिए मतदान केंद्रों को चिन्हित किया जाना है और उन गांवों को भी चिन्हित किया जाएगा, जहां नए मतदान केंद्र बनाए जाने हैं। इसके अलावा बूथ स्तरीय अधिकारियों की नियुक्ति और प्रशिक्षण की प्रक्रिया को पांच जुलाई तक पूरा करते हुए मतदान केंद्रों के सत्यापन का काम 25 जुलाई तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके बाद क्षेत्रवार मतदाता सूचियों का 31 अगस्त तक प्रकाशन कर दिया जाएगा। इस दौरान नागरिकों को मतदाता सूचियों में अपना नाम दर्ज कराने, अपना नाम हटवाने और उनमें पर्याप्त संशोधन कराने का पूरा अवसर मिलेगा।

जम्मू कश्मीर में सात विधानसभा क्षेत्र बढ़े : परिसीमन के बाद जम्मू कश्मीर में सात विधानसभा क्षेत्र बढ़ाए गए हैं और इसके साथ ही जम्मू संभाग में विधानसभा सीटों की संख्या 37 से बढ़कर 43 और कश्मीर में 46 से बढ़कर 47 हो गई है। इसके अलावा नौ विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जनजाति और सात अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किए गए हैं। जम्मू कश्मीर में अब कुल 114 विधानसभा क्षेत्र हैं, लेकिन चुनाव सिर्फ 90 सीटों के लिए होगा, शेष 24 सीटें गुलाम कश्मीर के कोटे की हैं। इन सीटों को खाली रखा जाता है। लद्दाख अब अलग केंद्रशासित प्रदेश के तौर पर अस्तित्व में है। 




(Courtesy : jagran)

Edited by k.s thakur..

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