कांटाबांजी अग्रणी संस्था निर्झरणी के तरफ से राष्ट्रीय बाल साहित्य सम्मेलन आयोजित...

कांटाबांजी अग्रणी संस्था निर्झरणी के तरफ से राष्ट्रीय बाल साहित्य सम्मेलन आयोजित...


ओडिशा/कांटाबांजी,(ओसीएन): बाल साहित्य है बच्चे की मां, जिस पर बच्चे को एक अच्छा इंसान बनाने की बड़ी जिम्मेदारी होती है, ऐसा राज्य और राज्य के बाहर से आए बाल साहित्तिकों ने मत प्रदान किया था।

Ad..


कांटाबांजी की एक अग्रणी संस्था निर्झरणी के 4वें सालाना सारस्वत समारोह के मौके पर, शिशु किशोर शिशु साहित्य एकेडमी भुवनेश्वर के साथ मिलकर स्थानीय जीआर पैलेस में राष्ट्रीय शिशु साहित्य सम्मेलन का आयोजन किया गया था।

Ad..


अध्यक्ष रामचंद्र साहू की अध्यक्षता में आयोजित पहले सत्र में बंगोमुंडा महाजी आश्रम के महंत अभ्दुत बाबा कपिलेंद्र दास उद्घाटन ने उत्घाटन किया।वहीं लेखक दिनेश कुमार माली मुख्य अतिथि, नागेंद्र पटनायक मुख्य वक्ता, अध्यापक बिनय कुमार दाश, डॉ संजय कुमार मिश्र और पुर्वतन विधायक आयूब खान सम्मानित अतिथि के रूप में शामिल हुए।

Ad..


सचिव बिरंची नारायण दाश ने उद्देश्य परिचय, विवरण पढ़कर सुनाईं और मीटिंग का संचालन किया। कवि भीम भोई का भजन, जिसका लेखक दिनेश कुमार माली ने हिंदी में अनुवाद किया है, का विमोचन किया गया। बच्चों के लेखक डॉ. जुगल किशोर सडंगी की 80वीं जन्मदिन भी मनाई गई।

पहले हुए कॉम्पिटिशन में जीतने वाले स्टूडेंट्स को स्वर्गीय नवीन चंद्र मोहंती मेमोरियल अवॉर्ड दिया गया। बिभुदत्त साहू ने धन्यवाद दिया। दूसरे सेशन में प्रेसिडेंट रामचंद्र साहू, चीफ गेस्ट के तौर पर दाश बेनहु, गेस्ट ऑफ ऑनर के तौर पर डॉ. वंदना हरिचंदन, गेस्ट ऑफ ऑनर के तौर पर बीरेंद्र मोहंती, डॉ. जुगल किशोर सडंगी, डॉ. रमेश पत्री, डॉ. महेंद्र मल्लिक, धनंजय स्वाई, उदय किरोला ने आज के चिल्ड्रन्स सोसाइटी चिल्ड्रन्स लिटरेचर सिंपोजियम में हिस्सा लिया।सबिता भोई ने मीटिंग का संचालन किया। 

निर्झरिणी संस्थान के बच्चों की तिमाही मैगज़ीन ममतार डोरी और वृंदावन कुम्बर की फूल बगीचा मैगज़ीन लॉन्च की गईं।तीसरे सेशन में मीटिंग रामचंद्र साहू की अध्यक्षता में हुई और विधायक लक्ष्मण बाग मुख्य अतिथि के तौर पर सामिल हुए। 

जबकि ईश्वर चंद्र खमारी, कुंज बिहारी बेहरा, बिश्वनाथ मेश्राम, किशान दीवान और सूर्यकांत राणा सम्मानित अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे।कोशली कवि गजेंद्र बाग की कोशली किताब - चटनी, और नरेंद्र सुना की भक्तर शकट भजन किताब का विमोचन किया गया। 

कवि ज्योति प्रकाश ने सभा को संचालन किया और डॉ. नारायण मिश्र ने धन्यवाद अर्पण किया।इस अवसर पर डॉ. विजय कुमार शर्मा, आशीष चंदन, राणा प्रधान, इंद्रमणि बारिक, रत्नप्रभा बाई, चंद्रमणि बारिक, डॉ. सुधांशु शेखर पटनायक, सुरजीत सिंह महारथा, कमलिनी मल्लिक, नागेंद्र पटनायक, धनंजय स्वाई, डॉ. कुमार बाबुली, दिनेश माली, उदय किरौला, दयानंद बच्छा, आशुतोष ठाकुर, शोभाकर प्रधान, क्षीरोद साहू, संजुक्ता चंदन, शिव प्रसाद सा, बिपिन साहू, आलोक मोहंती, बिरंची मुंड, विनोद पुटेल, कोसली प्रयास संस्थान डुडून चैरिटेबल ट्रस्ट भुवनेश्वर जैसे संस्थान छब्बीस कवियों, लेखकों और समाजसेवियों को सम्मानित किया गया।

हियाल, कलिंग नगर, मालपामुंडा विद्यालय के स्टूडेंट्स ने डांस परफॉर्मेंस दी और वेलकम सॉन्ग गाए। सह सचिव अंजलि माझी, ममता पंडा, निर्झरणी दाश, मंजुलता धरुआ, उमेश बेहेरा, रवि नारायण त्रिपाठी, थमीर छत्रिया, प्रेमराज पाणीग्राही, बिरंची खरसेल, धनसिंग माझी, गणपति बेहेरा, निरुपमा मिश्रा ने योगदान दिया।




Edited by k.s thakur...

Post a Comment

Previous Post Next Post