महाराष्ट्र के किसान की साहूकार ने निकलवा ली किडनी...1 लाख का कर्ज और 74 लाख की वसूली...
महाराष्ट्र के चंद्रपुर में एक किसान, रोशन सदाशिव कुडे, को साहूकारों का कर्ज चुकाने के लिए अपनी किडनी बेचने पर मजबूर होना पड़ा। रोशन ने डेयरी व्यवसाय के लिए 1 लाख रुपये का लोन लिया था, लेकिन नुकसान के कारण कर्ज बढ़ता गया।
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साहूकारों ने भारी ब्याज वसूला, जिससे मूलधन 74 लाख रुपये तक पहुंच गया। कर्ज चुकाने के लिए उसे कंबोडिया में किडनी बेचनी पड़ी। किसान ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है।
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नई दिल्ली। महाराष्ट्र के चंद्रपुर से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां रोशन सदाशिव कुडे नाम के एक किसान को साहूकारों का कर्ज चुकाने के लिए अपनी किडनी बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा।
कर्ज के जाल में फंसता गया किसान..
रोशन के पास चार एकड़ खेती की जमीन थी, जिससे उनके परिवार का गुजारा होता था। खेती में नुकसान होने पर उन्होंने डेयरी बिजनेस शुरू करने के लिए साहूकारों से 1 लाख रुपये का लोन लिया।
लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया और बिजनेस शुरू होने के साथ ही गायों की मौत हो गई. हालात तब और खराबी हो गये जब उनकी फसल भी बर्बाद हो गई। इसके बाद कर्ज का जाल बुनना शुरू हुआ।
साहूकारों का बढ़ता आतंक..
साहूकारों ने रोशन से 1 लाख रुपये पर 10 हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से ब्याज वसूलना शुरू कर दिया।रोशन ने अपनी 2 एकड़ जमीन बेच दी, ट्रैक्टर बेच दिया, घर का कीमती सामान बेच दिया, लेकिन कर्ज फिर भी कम नहीं हुआ। 1 लाख रुपये का मूलधन 74 लाख रुपये तक पहुंच गया।
किडनी बेचने को मजबूर हुआ किसान..
जब सब कुछ बिक गया और कर्ज फिर भी कम नहीं हुआ, तो एक साहूकार ने रोशन को किडनी बेचने की सलाह दी। एक एजेंट के जरिए रोशन को कोलकाता ले जाया गया, जहां उसकी मेडिकल जांच हुई।
इसके बाद उसे कंबोडिया ले जाया गया, जहां सर्जरी के जरिए उनकी किडनी निकाल ली गई। किडनी को 8 लाख रुपये में बेचा गया।
पुलिस की अनदेखी बिगड़ा माहौल..
पीड़ित किसान का आरोप है कि उन्होंने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।किसान का कहना है कि अगर पुलिस समय रहते कदम उठाती, तो आज उन्हें इस शारीरिक और मानसिक पीड़ा से नहीं गुजरना पड़ता।
Edited by k.s thakur...




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