Bihar Election Results 2025: 'लोहा लोहे को काटता है', मुस्लिम-यादव नहीं... बिहार में जीत के बाद पीएम मोदी ने बताया क्या है 'MY' फॉर्मूला?

Bihar Election Results 2025: 'लोहा लोहे को काटता है', मुस्लिम-यादव नहीं... बिहार में जीत के बाद पीएम मोदी ने बताया क्या है 'MY' फॉर्मूला?


प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार चुनाव में जीत के बाद विपक्ष पर हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस को नकारात्मक राजनीति करने वाली पार्टी बताया और कहा कि वह 'मुस्लिम लीगी माओवादी कांग्रेस' बन गई है। 

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उन्होंने बिहार की जनता को धन्यवाद दिया और कहा कि उन्होंने जंगलराज को नकार दिया है। उन्होंने मतदाता सूची के शुद्धीकरण पर जोर दिया और कहा कि राजद-कांग्रेस ने छठी मइया से माफी नहीं मांगी।

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नई दिल्ली। हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली के बाद बिहार विधानसभा चुनाव में अप्रत्याशित-अभूतपूर्व विजय से उत्साहित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को विपक्षी खेमे की जमकर लानत-मलानत की। प्रधानमंत्री पर अमूमन व्यक्तिगत हमले करने वाली कांग्रेस खास तौर पर उनके निशाने पर रही।

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कांग्रेस पर देश के दुश्मनों का एजेंडा आगे बढ़ाने का गंभीर आरोप लगाने के साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की राजनीति का आधार अब सिर्फ और सिर्फ नकारात्मक राजनीति हो गया है। कांग्रेस के पास देश के लिए कोई सकारात्मक सोच नहीं है। 

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आज कांग्रेस मुस्लिम लीगी माओवादी कांग्रेस (एमएमसी) बन गई है। कांग्रेस का पूरा एजेंडा अब इसी पर चलता है, इसलिए अब कांग्रेस के भीतर भी एक अलग धड़ा पैदा हो रहा है, जो इससे असहज है।

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पीएम मोदी का राहुल गांधी पर हमला..

बिना किसी का नाम लिए उन्होंने परोक्ष रूप से नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया और कहा कि कांग्रेस के नामदार जिस रास्ते पर कांग्रेस को लेकर चल रहे हैं, उसके प्रति घोर निराशा और नाराजगी अंदर ही अंदर पनप रही है। हो सकता है कि आगे कांग्रेस का एक और विभाजन हो।

भाजपा मुख्यालय में धन्यवाद बिहार कार्यक्रम में पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने छठी मैया के जयकारे से अपनी बात शुरू की और कार्यकर्ताओं को उत्साहित करते हुए बोले- बिहार के लोगों ने बिल्कुल गर्दा उड़ा दिया है। हवा में मफलर लहराकर उन्होंने और उत्साह भर दिया। 

इस जीत के लिए नीतीश कुमार सहित सहयोगी दलों के नेताओं के प्रति आभार जताने के साथ ही उन्होंने जननायक जयप्रकाश नारायण और भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर को नमन किया। फिर विरोधी दलों को पैने तीरों की नोक पर ले लिया।

'लोहा लोहे को काटता है'..

कहा- एक पुरानी कहावत है कि लोहा लोहे को काटता है। बिहार में कुछ दलों ने तुष्टीकरण वाला एमवाई फार्मूला बनाया था, लेकिन आज की इस जीत ने नया सकारात्मक एमवाई फार्मूला दिया है- महिला और यूथ। 

आज बिहार देश के उन राज्यों में है, जहां सबसे ज्यादा युवाओं की संख्या है और इसमें हर धर्म-जाति के युवा हैं। उनकी इच्छा, आकांक्षा और सपनों ने जंगलराज वालों के पुराने सांप्रदायिक एमवाई फार्मूले को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया है।

'जमानत पर चल रहे लोगों का जनता नहीं देगी साथ'..

उन्होंने कहा कि बिहार वह धरती है, जिसने भारत को लोकतंत्र की जननी होने का गौरव दिया है। आज उसी धरती ने लोकतंत्र पर हमला करने वाली ताकतों को धूल चटाई है। बिहार ने फिर दिखाया है कि झूठ हारता है, जनविश्वास जीतता है। 

अपने तीर को और धार देते हुए प्रधानमंत्री बोले, बिहार ने डंके की चोट पर कह दिया है- जमानत पर चल रहे लोगों का जनता साथ नहीं देगी। भारत अब सच्चे सामाजिक न्याय के लिए वोट कर रहा है, जहां अब तुष्टीकरण की कोई जगह नहीं। तुष्टीकरण की जगह अब संतुष्टीकरण ने ले ली है।

उन्होंने दावा किया कि बिहार की महान भूमि पर फिर कभी जंगलराज की वापसी नहीं होने वाली। आज की यह जीत बिहार की उन माताओं-बहनों, बेटियों की जीत है, जिन्होंने वर्षों तक राजद के शासनकाल में जंगलराज का आतंक झेला है।

कांग्रेस पर जमकर बरसे पीएम मोदी..

कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिस पार्टी ने दशकों तक देश पर राज किया, उस पर देश की जनता का विश्वास लगातार घट रहा है। कांग्रेस अनेक राज्यों में वर्षों से सत्ता से बाहर है। 

पिछले तीन लोकसभा चुनावों में कांग्रेस तीन अंकों की संख्या तक पहुंच नहीं पाई है। 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद देश के छह राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए। इनमें भी कांग्रेस 100 सीटों का आंकड़ा पार नहीं कर पाई।

उन्होंने कटाक्ष किया कि आज ही के दिन हमारे जितने विधायक चुने गए हैं, उतने कांग्रेस के छह चुनावों में भी नहीं जीत पाए। कांग्रेस के विभाजन की आशंका जताने के साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के सहयोगी दल भी समझने लगे हैं कि कांग्रेस अपनी नकारात्मकता में सबको एक साथ डुबो रही है।

उन्होंने कहा, ''मैंने पहले भी इसी मंच से कांग्रेस के सहयोगियों को चेताया था कि कांग्रेस एक बोझ है, ऐसी परजीवी है, जो अपने सहयोगियों के वोट बैंक को निगलकर अपनी वापसी करना चाहती है, इसलिए कांग्रेस से सावधान रहने की जरूरत उसके सहयोगियों को भी है। आज बिहार में राजद को सांप सूंघा हुआ है। बहुत जल्द दोनों का झगड़ा खुलकर सामने आने वाला है।''

कार्यकर्ताओं को दिया संदेश..

कार्यकर्ताओं को प्रचंड विजय का श्रेय देने के साथ ही प्रधानमंत्री ने उन्हें आगामी चुनाव अभियान में जुटने का भी संकेत दिया। कहा कि आज भाजपा की हर सफलता का आधार कार्यकर्ता ही हैं। केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, असम और बंगाल के कार्यकताओं को भी आज की जीत ने ऊर्जा से भर दिया है।

बंगाल के चुनावी अभियान की ओर इशारा करते हुए बोले- गंगा जी बिहार से बहते हुए ही बंगाल तक पहुंचती हैं। बिहार ने बंगाल में भाजपा की विजय का रास्ता भी बना दिया है। बंगाल के भाइयों-बहनों को भी आश्वस्त करता हूं कि भाजपा आपके साथ मिलकर बंगाल से भी जंगलराज को उखाड़ फेंकेगी। मंच पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ ¨सह और गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे।

जरूरी है मतदाता सूची का शुद्धीकरण..

एसआईआर को वोट चोरी का माध्यम बताने वाले विपक्ष को प्रधानमंत्री ने आईना दिखाते हुए कहा कि बिहार के चुनावों ने एक और बात सिद्ध की है कि अब देश का मतदाता खास तौर पर हमारा युवा मतदाता, मतदाता सूची के शुद्धीकरण को बहुत गंभीरता से लेता है। बिहार के युवा ने भी मतदाता सूची शुद्धीकरण को जबर्दस्त तरीके से समर्थन दिया है। मैं मानता हूं कि लोकतंत्र की पवित्रता के लिए हर मतदाता की अहमियत, हक होता है। अब हर दल का यह दायित्व बनता है कि वह पोलिंग बूथ पर अपनी पार्टियों को सक्रिय करें और मतदाता सूची शुद्धीकरण के काम में जुटें।

राजद-कांग्रेस ने हेकड़ी में नहीं मांगी छठी मइया से माफी..

विपक्षी दलों पर प्रधानमंत्री ने बिहार की झूठी छवि बनाकर बदनाम करने का आरोप लगाया। कहा कि उन्होंने न बिहार की गौरवशाली परंपरा का सम्मान किया, न यहां के लोगों की इज्जत की। जो लोग छठ पूजा को ड्रामा कह सकते हैं, वह बिहार की परंपरा का कितना सम्मान करते होंगे। इनकी हेकड़ी देखिए कि छठी मइया से राजद-कांग्रेस के लोगों ने अभी तक माफी नहीं मांगी, जिसे बिहार की जनता कभी नहीं भूलेगी। वहीं, हमारी सरकार छठ को यूनेस्को की हेरिटेज सूची में शामिल करने का प्रयास कर रही है।

ये भी बोले पीएम..

यह जनादेश विकास की राजनीति और भाई-भतीजावाद की राजनीति को खारिज करने का जनादेश है। मैं दोहराना चाहता हूं कि 'कट्टा सरकार' बिहार में कभी वापस नहीं आएगी। बिहार चुनाव में इस बार कोई पुनर्मतदान नहीं हुआ और न ही कोई हिंसा हुई।



Edited by k.s thakur...

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