बागमती एक्सप्रेस हादसा: ये तीन प्वाइंट करते हैं साजिश की ओर इशारा, दरभंगा जा रही थी ट्रेन...
Bagmati Express train accident- पिछले साल तमिलनाडु के कवरप्पेट्टई रेलवे स्टेशन के पास बागमती एक्सप्रेस भीषण हादसे का शिकार हो गयी थी. इस मामले में जांच सीआरएस जांच में तोड़फोन की संभावना सामने आ रही है. तीन प्वाइंट्स में समझिए इसे.
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नई दिल्ली. मैसूर से दरभंगा जा रही बागमती एक्सप्रेस पिछले साल तमिलनाडु के कवरप्पेट्टई रेलवे स्टेशन के पास भीषण हादसे का शिकार हो गयी थी. हादसे की जांच सीआरएस (कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी) और एनआईए ( नेशनल इनवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) को सौंपी गयी थी.
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हालांकि अभी सीआरएस की फाइनल रिपोर्ट नहीं आयी है, लेकिन जांच के दौरान मिले साक्ष्य इस घटना के पीछे साजिश का इशारा कर रहे हैं. आइए जानते हैं वो तीन प्रमुख प्वाइंट्स-
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दक्षिण रेलवे के मुख्य जनसपंर्क अधिकारी एम सेंथामिल सेलवन के बताया कि पिछले साल 11 अक्तूबर को तमिलनाडु के पास कवरप्पेट्टई रेलवे स्टेशन के पास मैसूर से दरभंगा जा रही बागमती एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12578) लूप लाइन पर चली गयी थी और वहां पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा कर हादसे का शिकार हो गयी थी.
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इसमें करीब 13 कोच पटरी से उतर गए थे, जिसमें 19 यात्री घायल हो गये थे. उन्होंने बताया कि फाइनल रिपोर्ट देखे बगैर कुछ भी कहना मुश्किल है. सीआरएस ए.एम. चौधरी से संपर्क कर रिपोर्ट मंगा रहे हैं. इसके बाद ही आधिकारिक रूप में कुछ बता पाएंगे...
वो तीन प्वाइंट्स जो साजिश की ओर इशारा करते हैं..
1- जांच के दौरान घटनास्थल पर ट्रैक पर नट और बोल्ट गायब मिले हैं. ट्रेनों के लगातार चलने से कई बार कुछ नट ढीले होने की संभावना रहती है. लेकिन नट बोल्ट को ढीला होने में समय लगता है. इसी वजह से गैंगमैन पेट्रोलिंग करता है.
वो हथौड़ा मारकर एक-एक नट को चेक करता है और ढीला होने पर तुंरत टाइट करता है. यह प्रक्रिया लगातार चलती रहती है. इस मामले में नट बोल्ट गायब मिले हैं, जिससे यह संभावना है कि साजिश के तहत नट बोल्ट खोले गए हों.
2- घटना स्थल पर ट्रैक में हथौड़े के निशान मिले हैं. इससे संभावना जताई जा रही है कि नट बोल्ट खोलने के लिए हथौड़े का इस्तेमाल किया गया होगा. क्योंकि गैंगमैन पेट्रोलिंग के समय नट बोल्ट चेक करता है तो उसके हथौड़ा प्वाइंट पर ही लगता है, इधर उधर नहीं लगता है. जब कोई नया व्यक्ति हथौड़ा चलाता हो उससे आसपास ट्रैक पर निशान लगते हैं.
3- हादसे से पहले बागमती एक्सप्रेस को मुख्य लाइन पर ग्रीन सिग्नल दिया गया था, लेकिन यह लूप लाइन पर चली गई, जहां मालगाड़ी खड़ी थी. और मालगाड़ी से टकरा गयी गयी. सिग्नल में छेड़छाड़ की संभावना लग रही है. हालांकि, जांच अभी पूरी नहीं हुई है और अंतिम निष्कर्ष का इंतजार है.
Edited by k.s thakur...






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