महागठबंधन में CM चेहरे पर फसाद हुई खत्म! लालू के एलान के बाद कांग्रेस का क्या होगा रिएक्शन? सियासी हलचल तेज...
पटना। सुप्रीमो लालू प्रसाद ने दीप प्रज्ज्वलित कर गुरुवार को राजद की राज्य परिषद की बैठक का उद्घाटन किया। लालू यादव ने पार्टी-जनों से कहा कि प्रतीक्षा करने की आवश्यकता नहीं। गरीब-गुरबा और राजद के लिए काम करने वालों को ही टिकट दिया जाएगा। Ad..
तेजस्वी ही सीएम पद के उम्मीदवार..तेजस्वी यादव रात-दिन परिश्रम कर पार्टी को आगे बढ़ा रहे। उन्हें धन्यवाद। कोई चाहे कितनी भी आलोचना करे। मुख्यमंत्री पद के एकमात्र दावेदार तेजस्वी ही हैं। कोई संदेह नहीं।
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नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को हटाकर तेजस्वी को हर हाल में मुख्यमंत्री बनाना है। गरीब-वंचित, अल्पसंख्यक, अनुसूचित जाति, पिछड़ा और अति-पिछड़ा को सत्ता में भागीदारी दिलानी है।
लालू यादव के एलान के बाद इंडी गठबंधन के अन्य सहयोगियों का क्या रिएक्शन रहता है, यह देखने लायक होगा। क्या सभी गठबंधन सीएम के फेस के रूप में तेजस्वी यादव को स्वीकार करेंगे।
गरीबों-वंचितों के हक में काम करने के कारण ही सामंती शक्तियों ने कर्पूरी ठाकुर को सत्ता से हटाया था। मुझको भी षड्यंत्र कर हटाया गया।
बैठक की शुरुआत में ही राज्य परिषद ने प्रदेश अध्यक्ष के पद पर निर्विरोध निर्वाचित मंगनीलाल मंडल के नाम का अनुमोदन कर दिया। ज्ञान भवन में हुई बैठक में 800 से अधिक प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही।
राज्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. तनवीर हसन ने मंडल को निर्वाचन का प्रमाण-पत्र सौंपा। तेजस्वी-लालू आदि ने मंगनीलाल को खांटी समाजवादी बताते हुए धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय के लिए उनके संघर्ष की सरहाना की।
राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुलबारी सिद्दिकी ने कहा कि पांच वर्ष के भटकाव-अलगाव में विरोधी के दांव-पेच भी सीख आए हैं। राजद को अब उसका लाभ मिलेगा।
राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव ने राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों के मनोनयन और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार सिंह ने राज्य कार्यकारिणी के सदस्यों के मनोनयन हेतु पार्टी नेतृत्व को अधिकृत करने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया। राज्य परिषद ने सर्वसम्मति से उसे पारित कर दिया।
अकेला रहने वाला क्या जाने परिवार..
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि तेजस्वी जो तय करेंगे, उसी आधार पर आगे बढ़ना है। सभी जाति-समाज को साथ लेकर चलना है। हमारा तो बिहार ही परिवार है। पार्टी परिवार है। अकेला रहने वाला परिवार को क्या जाने! हम लोगों की सरकार थी तो बदनाम करते थे।आज राज्य में दिनदहाड़े हत्या हो रही है। लूट, दुष्कर्म और अपहरण की घटनाएं आम हैं।
जंगल-राज गाली, हम जिन्न हैं, गोलबंद होंगे..
मंगनीलाल ने कहा कि मैं राजद में बिना शर्त आया हूं। लालू-तेजस्वी का बड़प्पन है कि मुझे दायित्व दिया। दो माह बाद चुनावी आचार संहिता प्रभावी हो सकती है। इसी बीच संगठन को दुरुस्त कर लेना है।
तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने की चुनौती स्वीकार कर जी-जान से जुट जाना है। इस सरकार में अति-पिछड़ा समाज ठगा जा रहा है। जिसके पास बहुमत नहीं, वह सत्ता में है। जो पिछड़ा है, वह अति-पिछड़ों का नेता बना हुआ है। लालू जिसे जिन्न कहते हैं, वह वस्तुत: वोट है। हम जिन्न हैं। जंगल-राज हमारे लिए गाली है। हमें गोलबंद होने की आवश्यकता है।
1995 में पूर्ण बहुमत में होने के बावजूद लालू को 27 माह में ही सामंती शक्तियों ने सत्ता से बेदखल कर दिया था। उससे पहले कर्पूरी ठाकुर को 22 माह में ही सत्ताच्युत किया गया था। लड़ाई ऐसी शक्तियों से ही है।
जगदानंद को मिले राष्ट्रीय स्तर का दायित्व..
निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के योगदान की सभी ने प्रशंसा की। आंतरिक अनुशासन कायम के लिए उनकी पहल को अनुकरणीय बताया। राजद को मिली चुनावी सफलता का श्रेय देते हुए उनके प्रति आभार प्रकट किया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुखातिब तेजस्वी ने कहा कि मेरी इच्छा है कि जगदानंद को राष्ट्रीय स्तर पर दायित्व मिले। लालू ने कहा कि जगदानंद ने पार्टी को आगे बढ़ाया। काफी काम किया है। उनको धन्यवाद।
संबोधन और सहभागिता ..
उदय नारायण चौधरी, डॉ. रामचंद्र पूर्वे, कांति सिंह, अनिता देवी, अभय कुशवाहा ने भी बैठक को संबोधित किया। शिवचंद्र राम ने धन्यवाद ज्ञापित किया। रणविजय साहू ने मंच संचालन किया।
सांसदों-विधायकों के साथ आलोक मेहता, शक्ति सिंह यादव, चित्तरंजन गगन, एजाज अहमद, अरुण कुमार यादव, प्रमोद कुमार सिन्हा, रितु जायसवाल आदि की उपस्थिति रही।
Edited by k.s thakur...
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