बेंगलुरु भदगड़: स्टेडियम के बाहर मातम, लेकिन अंदर क्यों मनाया जाता रहा जश्न? जानिए इनसाइड स्टोरी...
Bangaluru : बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में आरसीबी की जीत का जश्न मनाया जा रहा था, लेकिन बाहर भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई और 25 से ज्यादा घायल हो गए. पुलिस ने अंदर हंगामा रोकने के लिए जश्न जारी रखा.
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बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में आरसीबी की जीत का जश्न मनाया जा रहा था. फैंस खुशी में झूम रहे थे, तभी अचानक भगदड़ मची और 11 लोगों की जिंदगी निगल गई. 25 से ज्यादा लोग घायल हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई है. भगदड़ की वजह से स्टेडियम के बाहर दर्दनाक नजारा था, लोग चीखते-चिल्लाते, अपने लोगों को ढूंढते, आवाज लगाते देखे गए. लेकिन स्टेडियम के अंदर जश्न जारी रहा.
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एक ओर स्टेडियम के बाहर लाखों लोग मातम मना रहे तो अंदर सेलिब्रेशन की आवाज आ रही थी. यह देखकर आपके भी मन में सवाल होगा कि आखिर ऐसा क्यों किया गया? आइए जानते हैं, इसकी इनसाइड स्टोरी…
प्रत्यक्षर्शियों के मुताबिक, शाम 4:40 बजे स्टेडियम के अंदर भारी भीड़ जमा थी. बहुत सारे फैंस बाहर खड़े थे और सब अंदर जाना चाहते थे. सब खिलाड़ियों की एक झलक देखना चाहते थे. इसी बीच नारेबाजी शुरू हो गई. कुछ लोग कूदकर अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे.
वहीं, पुलिस अंदर से कुछ लोगों को बाहर निकालना चाहती थी. तभी खींचतान हुई, जिसके बाद भदगड़ मची. इसके बाद स्टेडियम के बाहर मातम पसर गया. लोग चीखते चिल्लाते, अपने लोगों को तलाशते नजर आए. कोई फोटो दिखाकर अपनों के बारे में पूछ रहा था तो कोई अपनों का नाम लेकर पुकार रहा था.
स्टेडियम के बाहर चीख पुकार..
स्टेडियम के बाहर चीख पुकार मची हुई थी, लेकिन अंदर जश्न मनाया जा रहा था. ऐसा लग रहा था कि जैसे कुछ हुआ ही न हो. न तो पुलिसवाले किसी को निकालते नजर आए, न हड़बड़ी करते. न कार्यक्रम रोका गया और ना ही किसी को इसके बारे में कोई जानकारी दी गई.
दरअसल, इसके पीछे पुलिस का क्राउड कंट्रोल मैनेजमेंट था. पुलिस को पता था कि अगर अंदर के लोगों को इस भगदड़ के बारे में खबर लग गई तो अंदर भी हंगामा मच सकता है. लोग भागने की कोशिश कर सकते हैं. उधर, बाहर पहले से ही लाखों लोगों की भीड़ जमा है. ऐसे में अगर वे बाहर निकले तो बवाल और बढ़ सकता है. हादसा और बड़ा हो सकता है.
पुलिस को वक्त मिल गया..
इसीलिए पुलिस ने क्राउड मैनेजमेंट किया. पहले बाहर के लोगों को स्टेडियम के गेट से हटाया और तब तक स्टेडियम के अंदर जश्न चलता रहा. फिर एक-एक कर सभी गेट खोले गए और धीरे-धीरे फैंस को बाहर निकाला गया. पुलिस को इतना वक्त मिल गया कि उन्होंने क्राउड को मैनेज करने का इंतजाम कर लिया. भारी संख्या में फोर्स तैनात कर दी गई. सैकड़ों एंबुलेंस भी बुला ली गईं, ताकि कोई खतरनाक स्थिति आए तो उससे निपटा जा सके.
Edited by k.s thakur...




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