4 देशों में भूकंप का खतरनाक मंजर, जानें कितने लोगों की जान गई और कितनी मची तबाही?
इंटरनेशनल डेस्क: शुक्रवार का दिन दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए भयावह साबित हुआ जब 7 से अधिक तीव्रता वाले भूकंप ने चार देशों को हिला कर रख दिया। भूकंप का केंद्र म्यांमार में था, लेकिन इसके प्रभाव से थाईलैंड, चीन और भारत भी कांप उठे।
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म्यांमार में भारी तबाही, दर्जनों की मौत...
म्यांमार के कई इलाकों में 7.0 तीव्रता के भूकंप ने जमकर तबाही मचाई। मांडले और ताउन्गू शहरों में इमारतें ढह गईं, जिससे 25 से अधिक लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए।
मांडले विश्वविद्यालय में लगी आग – भूकंप के कारण मांडले विश्वविद्यालय में भीषण आग लग गई, जिससे भारी नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
शरणार्थी मठ ढहा – ताउन्गू में युद्ध शरणार्थियों को आश्रय देने वाला एक मठ पूरी तरह ढह गया, जिसमें बच्चों सहित कई लोग दब गए।
मस्जिद ध्वस्त – मांडले में एक मस्जिद भी धराशायी हो गई, जिससे कई लोगों की जान चली गई।
थाईलैंड में विनाशकारी भूकंप, बैंकॉक में इमरजेंसी..
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में 8.2 तीव्रता के भूकंप से स्थिति और गंभीर हो गई।
50 मजदूर फंसे – एक गगनचुंबी इमारत के गिरने से 50 मजदूर मलबे में दब गए। अब तक 25 मौतों की पुष्टि हुई है।
रेल और हवाई सेवाएं ठप – बैंकॉक में मेट्रो और ट्रेन सेवाओं को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।आपातकाल की घोषणा – थाईलैंड के प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा ने बैंकॉक में आपातकाल घोषित कर दिया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो – कई वायरल वीडियो में इमारतों को गिरते, पुलों को टूटते और लोगों को जान बचाने के लिए भागते हुए देखा जा सकता है।
चीन में भी भूकंप, लेकिन क्षति कम...
भूकंप के कारण – धरती की टेक्टोनिक प्लेटों के खिसकने से भूकंप आते हैं। दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया का इलाका भूकंप के लिहाज से संवेदनशील माना जाता है।
बचाव के उपाय –मजबूत निर्माण तकनीकों का इस्तेमाल करना जरूरी है।खुले स्थानों पर शरण लें।झटकों के दौरान लिफ्ट का इस्तेमाल न करें।सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।



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