पुतिन के सामने डोभाल ने दिया मोदी का संदेश, जेलेंस्की से मीटिंग की जानकारी की साझा, 51 सेकंड का Video...

पुतिन के सामने डोभाल ने दिया मोदी का संदेश, जेलेंस्की से मीटिंग की जानकारी की साझा, 51 सेकंड का Video...


नेशनल डेस्क: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आगामी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक द्विपक्षीय बैठक का प्रस्ताव रखा है। यह बैठक कजान शहर में 22 से 24 अक्टूबर के बीच आयोजित की जाएगी। इस प्रस्ताव का ऐलान गुरुवार को सेंट पीटर्सबर्ग में भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और पुतिन के बीच हुई महत्वपूर्ण मुलाकात के दौरान हुआ। 

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यह मुलाकात प्रधानमंत्री मोदी की यूक्रेन यात्रा और राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ हुई बातचीत के लगभग तीन सप्ताह बाद आयोजित की गई। डोभाल ने पुतिन को इस यात्रा और बातचीत के बारे में विस्तार से जानकारी दी। 

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डोभाल ने पुतिन को बताया, "प्रधानमंत्री मोदी ने मुझसे कहा था कि मैं व्यक्तिगत रूप से रूस आकर आपको उनकी कीव यात्रा और राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ हुई बातचीत के बारे में जानकारी दूं। यह बातचीत एक बहुत ही करीबी प्रारूप में हुई थी जिसमें केवल दोनों नेता और उनके सहयोगी शामिल थे। मैं इस महत्वपूर्ण बातचीत का गवाह था।" 

रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने इस मुलाकात में कहा कि मोदी की मास्को यात्रा न केवल अत्यंत सफल रही बल्कि इसके परिणाम भी बहुत सकारात्मक रहे हैं। पुतिन ने यह भी टिप्पणी की कि भारत और रूस के बीच की विशेष रणनीतिक साझेदारी मजबूत होती जा रही है और यह संतोषजनक है।

रूस की ओर से जारी बयान में उल्लेख किया गया कि पुतिन ने 22 अक्टूबर को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक की पेशकश की है। इस बैठक का उद्देश्य दोनों देशों के बीच पूर्व में हुए समझौतों के क्रियान्वयन की समीक्षा करना और भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा करना होगा। 

डोभाल की मुलाकात के दौरान पुतिन ने भारतीय प्रधानमंत्री के साथ हुए समझौतों की प्रगति की सराहना की और दोनों देशों के बीच संबंधों की मजबूतियों को उजागर किया। डोभाल ने भी भारत की ओर से शांति प्रयासों में सक्रिय भूमिका निभाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। 

प्रधानमंत्री मोदी की कीव यात्रा, जो कि 1991 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा थी, ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खासा ध्यान आकर्षित किया। इस यात्रा में मोदी ने यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के लिए बातचीत की आवश्यकता पर जोर दिया और भारत ने इस क्षेत्र में शांति बहाल करने के लिए सक्रिय भूमिका निभाने की इच्छा व्यक्त की। 

यह बैठक और प्रस्ताव दोनों देशों के बीच रणनीतिक और आर्थिक सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। यह भविष्य में भारत और रूस के रिश्तों को और भी ऊंचाइयों पर ले जाने की संभावना को प्रकट करता है।







Edited by k.s thakur...




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