भ्रष्टाचार के मामले में दो साल पहले दोषी सरपंच, सचिव को क्लीन चिट...
सक्ती में पंचायत विभाग के अधिकारियों के अजब-गजब कारनामे सामने आ रहे हैं। लाखों रूपए के भ्रष्टाचार में दो साल पहले दोषी करार सरपंच, सचिव को अधिकारियों ने क्लीन चिट दे दिया है। यहां तक मामले में सरपंच, सचिव को दोषी बताने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की बात कही जा रही है। मामला सक्ती के ग्राम पंचायत पोरथा का है।
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सक्ती : सक्ती में पंचायत विभाग के अधिकारियों के अजब-गजब कारनामे सामने आ रहे हैं। लाखों रूपए के भ्रष्टाचार में दो साल पहले दोषी करार सरपंच, सचिव को अधिकारियों ने क्लीन चिट दे दिया है। यहां तक मामले में सरपंच, सचिव को दोषी बताने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की बात कही जा रही है। मामला सक्ती के ग्राम पंचायत पोरथा का है।
सरपंच मधु राठौर और सचिव के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत हुई थी। मामले की जांच के लिए 6 अधिकारियों की टीम गठित की गई थी, जिन्होंने जांच में लाखों रूपए की गड़बड़ी पाई थी। रिपोर्ट दो साल तक धूल फांकती रही। शिकायतकर्ता ग्रामीण कार्रवाई के लिए कार्यालयों के चक्कर काटते रहे, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। दो साल बाद मामले में फिर से जांच की गई।
इस बार जनपद पंचायत के अधिकारी ने सरपंच-सचिव को भ्रष्टाचार के आरोपों से बरी कर क्लीन चिट दे दिया। वहीं इससे पूर्व जांच करने वाले 6 अधिकारियों को भी गलत साबित कर दिया। जनपद पंचायत सक्ती में अधिकारियों के इस कारनामे ने अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़ा कर दिया है।
अब ग्रामीण सवाल कर रहे हैं कि आखिर क्या कारण था कि दो साल पहले जिस सरपंच-सचिव को भ्रष्टाचार में दोषी बताया गया था, उन पर कार्रवाई नहीं की गई और अब उन्हें क्लीन चिट देकर अपने ही अधिकारियों को गलत साबित कर दिया गया।
Courtesy : naidunia
Edited by k.s thakur...



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