फरक्का बैराज से पानी छोड़ने से बांग्लादेश में बाढ़ की सूचना गलत, पड़ोसी देश में हो रहे दुष्प्रचार का भारत ने किया खंडन...
पीटीआई, नई दिल्ली। भारत ने सोमवार को बांग्लादेश में चल रही उन चर्चाओं का खंडन किया है जिसमें कहा गया है कि पश्चिम बंगाल के फरक्का बैराज के द्वार खोले जाने से बांग्लादेश में अचानक बाढ़ आ गई है। बांग्लादेश में हाल के दिनों में आई बाढ़ से 23 लोग मारे गए हैं जबकि 60 लाख लोग प्रभावित हैं।
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झूठी बातों का कड़ाई से खंडन किया ..
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, हमने बांग्लादेश में विभन्न माध्यमों पर चल रहे फर्जी वीडियो, अफवाहें और भय पैदा करने वाला दुष्प्रचार देखा-सुना है। हम इन झूठी बातों का कड़ाई से खंडन करते हैं।
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प्रवक्ता ने कहा, नदी और बैराज के जल से संबंधित सूचनाएं निर्धारित व्यवस्था के अनुसार संयुक्त नदी आयोग के अधिकारियों से साझा की जाती हैं। इस आयोग में दोनों देशों के अधिकारी हैं।
पानी छोड़ना सामान्य बात ..
जायसवाल ने कहा, बांग्लादेश के मीडिया में फरक्का बैराज के द्वार खोले जाने और उनसे 11 लाख क्यूसेक पानी गंगा या पद्मा नदी में छोड़े जाने की खबरें देखी हैं। बरसात के मौसम में डाउनस्ट्रीम में पानी छोड़ा जाना सामान्य बात है। चूंकि इस बार बारिश ज्यादा हुई है इसलिए पानी भी ज्यादा छोड़ा जा रहा है। इसमें कुछ भी असामान्य या गलत नहीं है।
फरक्का बैराज है, बांध नहीं ..
सभी को यह ध्यान रखना चाहिए कि फरक्का बैराज है, बांध नहीं है। बैराज की पानी के भंडारण की एक सीमा होती है, उस सीमा को ध्यान में रखा जा रहा है। पिछले सप्ताह बांग्लादेश में त्रिपुरा के एक बांध से गुमती नदी में पानी छोड़े जाने की अफवाह फैलने के बाद भी भारत ने स्पष्टीकरण दिया था।
Courtesy : jagran
Edited by k.s thakur...




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