मध्‍य प्रदेश के 139 इंजीनियरिंग कालेजों में 20 से अधिक पाठ्यक्रमों के लिए 70 हजार सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया...

मध्‍य प्रदेश के 139 इंजीनियरिंग कालेजों में 20 से अधिक पाठ्यक्रमों के लिए 70 हजार सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया...


मध्‍य प्रदेश में इन दिनों इंजीनियरिंग कॉलेजों में सीटों पर प्रवेश की प्रक्रिया कराई जा रही है। इनमें सबसे ज्यादा कंप्यूटर साइंस (सीएस) ब्रांच की 20 हजार सीटें हैं। विद्यार्थियों ने सबसे ज्यादा सीएस के लिए ही पंजीयन किए हैं। पहले जेईई (मेन) की मेरिट के तहत 31 हजार विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया है।

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भोपाल। तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश के 139 इंजीनियरिंग कालेजों में 20 से अधिक पाठ्यक्रमों के लिए 70 हजार सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया कराई जा रही है। इनमें जेईई मेन्स की मेरिट के अनुसार पांच अगस्त को सीटें आवंटित की जाएंगी। वहीं, 12वीं के आधार पर प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के लिए भी पंजीयन प्रक्रिया शुरू की गई है। इनकी सीटें 28 अगस्त को आवंटित की जाएंगी।

इनमें सबसे ज्यादा कंप्यूटर साइंस (सीएस) ब्रांच की 20 हजार सीटें हैं। विद्यार्थियों ने सबसे ज्यादा सीएस के लिए ही पंजीयन किए हैं। भोपाल के इंजीनियरिंग कालेजों में लगभग 25 हजार सीटें हैं। इमर्जिंग एरिया ब्रांच में भोपाल में करीब छह हजार सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा।

पहले जेईई (मेन) की मेरिट के तहत 31 हजार विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया है। पहले चरण में ही क्वालिफाइंग परीक्षा 12वीं के आधार पर प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के लिए भी पंजीयन प्रक्रिया शुरू कर गई थी। अब तक 12वीं की मेरिट के आधार पर प्रवेश लेने के लिए 8,969 विद्यार्थी पंजीयन करा चुके हैं। इन्हें 28 अगस्त को सीट आवंटन किया जाएगा।

एआइएमएल में सबसे ज्यादा 825 सीटें इमर्जिंग एरिया की ब्रांच में सबसे ज्यादा एक हजार 837 सीट आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड मशीन लर्निंग (AIML) पाठ्यक्रम की है। इसके बाद डाटा साइंस में 825, साइबर सिक्योरिटी में 487, आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस एंड डाटा साइंस में 412, कंप्यूटर साइंस एंड बिजनेस सिस्टम में 337, इंटरनेट आफ थिंग्स पाठ्यक्रम में 225 और रोबोटिक्स एंड आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस में 37 सीटें हैं।

एमबीए में हुए सिर्फ 13 हजार पंजीयन एमबीए की प्रदेशभर की 58 हजार सीटों पर सिर्फ 13 हजार पंजीयन हुए हैं। पहले चरण में सिर्फ पांच प्रतिशत सीटें ही भरने की संभावना है। दूसरे चरण में ग्रेजुएशन आधार पर भी सीटों पर प्रवेश होने से आंकड़ा 40 प्रतिशत तक ही पहुंच पाएगा।







Courtesy : naidunia

Edited by k.s thakur...






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