जानिए कौन था Ismail Haniyeh, जिसे घर में घुसकर इजरायल ने उतारा मौत के घाट...
इंटरैनशनल डैस्क : ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद हमास नेता इस्माइल हनियेह की हत्या कर दी गई। ईरान और उग्रवादी समूह हमास (Hamas) ने बुधवार तड़के यह जानकारी दी। हमास ने अपने राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख की मौत के लिए इजराइल के हवाई हमले को जिम्मेदार ठहराया।
Ad..
वहीं, ईरान के अर्धसैनिक बल ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड' ने कहा कि वह हनियेह की हत्या की जांच कर रहा है। उसने यह नहीं बताया कि हत्या कैसे हुई और हनियेह को किसने मारा। फिलहाल किसी ने भी हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन इसका शक इजराइल पर है, जिसने सात अक्टूबर को देश में हुए अप्रत्याशित हमले को लेकर हनियेह और हमास के विभिन्न कमांडरों को मारने का संकल्प लिया था। इजराइल (Israel) ने अभी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। तो आइए जानें इस्माइल हनियेह से जुडीं कुछ खास बातों के बारे में-
इस्माइल हनियेह एक प्रमुख फिलिस्तीनी नेता था, जो हामास (Hamas) नामक इस्लामी संगठन के प्रमुख के रूप में जाने जाते थे। उनका जन्म 1963 में गाजा सिटी, फिलिस्तीन में हुआ था। हनियेह का राजनीतिक करियर और उनकी गतिविधियां फिलिस्तीनी राजनीति और मध्य-पूर्व के संघर्षों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
इस्माइल हनियाह का राजनीतिक करियर:
हामास में शामिल होना:
हनियेह ने 1980 के दशक में हमास के साथ जुड़ना शुरू किया था। हमास एक इस्लामी संगठन है जो फिलिस्तीन के मुद्दे पर सक्रिय है।
प्रधानमंत्री का पद:
2006 में, हमास ने फिलिस्तीनी चुनाव जीतकर सरकार बनाई और हनियेह को प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। 2007 में, गज़ा में हमास और फतह पार्टी के बीच हिंसक संघर्ष के बाद, हमास ने गज़ा पट्टी पर पूरा नियंत्रण ले लिया। हनियाह गज़ा में हामास के प्रमुख नेता बन गए।
गाजा में शासन:
हनियेह के नेतृत्व में, हमास ने गाज़ा में अपनी सरकार बनाई और क्षेत्र में सामाजिक और राजनीतिक बदलाव लाने की कोशिश की।
इजरायल के साथ संघर्ष:
हमास और इजरायल के बीच संघर्ष और हिंसा लगातार चलती रही है। हनियेह के नेतृत्व में हमास ने कई बार इजरायल के खिलाफ आतंकवादी हमले किए, जिससे कई संघर्ष और युद्ध हुए।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध:
हामास को कई देशों द्वारा एक आतंकवादी संगठन के रूप में माना जाता है, जिससे फिलिस्तीनी क्षेत्रों में आर्थिक और राजनीतिक कठिनाइयां उत्पन्न हुई हैं।
फतह पार्टी के साथ संघर्ष:
हनियेह के नेतृत्व में हमास और फतह पार्टी के बीच संघर्ष हुआ। 2007 में गाजा में हमास की जीत के बाद, फतह और हमास के बीच तनाव बढ़ गया और फिलिस्तीनी राजनीतिक परिदृश्य में विभाजन उत्पन्न हुआ।
सामाजिक और आर्थिक समस्याएं:
गाज़ा में हमास की सरकार के तहत कई सामाजिक और आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हुईं, जैसे बेरोजगारी और मानवाधिकारों की समस्याएं। इस्माइल हनियेह फिलिस्तीनी राजनीति में एक विवादास्पद और महत्वपूर्ण व्यक्ति रहे, जिनका प्रभाव गज़ा और समग्र फिलिस्तीनी स्थिति पर गहरा है।
हमास ने हनियेह को शहीद घोषित किया..
हमास ने एक बयान में कहा, ‘‘हमास फिलस्तीन के महान लोगों और अरब तथा इस्लामिक देशों के लोगों तथा दुनियाभर के सभी आजाद लोगों के लिए भाई इस्माइल हनियेह को शहीद घोषित करता है।'' हमास के अधिकारियों ने अभी इस पर और कोई टिप्पणी नहीं की है।
वेस्ट बैंक में फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने हनियेह की हत्या की निंदा करते हुए इसे ‘‘कायरतापूर्ण कृत्य और खतरनाक घटनाक्रम'' बताया। हनियेह ने 2019 में गाजा पट्टी छोड़ दी थी और कतर में निर्वासन में रह रहा था। गाजा में हमास का शीर्ष नेता येह्या सिनवार है, जिसने सात अक्टूबर को इजराइल पर हमले की साजिश रची थी।
इस हमले में 1,200 लोग मारे गए थे और करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया गया था। अप्रैल में गाजा में इजराइल के हवाई हमले में हनियेह के तीन बेटे और चार पोते-पोती मारे गए थे। हनियेह की हत्या ऐसे वक्त में हुई है, जब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का प्रशासन हमास और इजराइल को एक अस्थायी संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई संबंधी समझौते पर राजी करने का प्रयास कर रहा है।
अभी व्हाइट हाउस ने हनियेह की हत्या पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इस बीच, इराक की ‘पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्सेज' ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम बगदाद में एक अड्डे पर मंगलवार रात को हुए हमले में कताइब हिजबुल्ला मिलिशिया के चार सदस्य मारे गए। पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्सेज, ईरान समर्थित मिलिशिया का एक गठबंधन है। समूह ने इस हमले के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया है।
Courtesy : Punjab Kesari
Edited by k.s thakur...



إرسال تعليق