ब्रिटेन में शुरू होगी आधार जैसी सेवा! भारतीय तकनीक के कायल हुए यूके पीएम स्‍टारमर...

ब्रिटेन में शुरू होगी आधार जैसी सेवा! भारतीय तकनीक के कायल हुए यूके पीएम स्‍टारमर...


Aadhaar in UK : यूके के प्रधानमंत्री इन दिनों भारत की यात्रा पर हैं और उन्‍होंने आधार जैसे डिजिटल पहचान पत्र को अपने देश में लागू करने की इच्‍छा जताई है. इसके लिए उन्‍होंने इंफोसिस के को-फाउंडर नंदन नीलेकणि से भी मुलाकात की और इसे अपने देश में लागू करने के तरीके पर सुझाव मांगा.

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नई दिल्‍ली. यूके के पीएम कीर स्‍टारमर इन दिनों भारत की यात्रा पर आए हैं. उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई उद्योगपतियों से मुलाकात के साथ ही एक ऐसे शख्‍स से भी बातचीत की, जिन्‍होंने भारत के हाईटेक पहचान पत्र आधार को शुरू किया था. 

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ब्रिटिश पीएम आधार सेवा के इस कदम मुरीद हुए कि उन्‍होंने इन्‍फोसिस के को-फाउंडर नंदन नीलेकणि से इस बारे में खुलकर बातचीत की और आधार की पूरी एबीसीडी को समझा. स्‍टारमर की मंशा ब्रिटेन में भी इसी तरह की सेवा शुरू करने की है. नीलेकणि ने साल 2009 में भारत के डिजिटल आईडेंटिटी सिस्‍टम आधार की शुरुआत की थी.

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स्‍टारमर ने आधार को लेकर अपनी मंशा इसलिए जाहिर की है कि उनकी सरकार अपने देश में स्‍मार्टफोन आधारित डिजिटल आईडी शुरू कराने पर जोर दे रही है. ब्रिटेन की यह शुरुआत पूरी तरह भारत के मॉडल पर ही आधारित है. 

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यूके के पीएम के प्रवक्‍ता डेव परेस का कहना है क‍ि स्‍टारमर की मंशा अपने देश में भारत के आधार जैसी ही कोई डिजिटल पहचान पत्र सेवा शुरू करने की है.
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क्‍यों बनवाना चाहता है आधार जैसी आइडी..
स्‍टारमर की मंशा ब्रिटेन में आधार जैसी आईडी सेवा शुरू करके गैरकानूनी रूप से आने वाले अप्रवासियों पर रोक लगाना है. प्रवक्‍ता का कहना है कि हम आगे ऐसी व्‍यवस्‍था लागू करना चाहते हैं जिसमें किसी भी प्रवासी को आने से पहले डिजिटल आईडी दिखाना जरूरी होगा. 
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बाद में इस तरह की सर्विस को ही पासपोर्ट के लिए भी यूज किया जा सकता है. स्‍टारमर ने भी साफ कहा है कि हम भारत जैसे देशों से इस मामले पर बात कर रहे हैं, जो पहले से ही इस तरह की डिजिटल आईडेंटिटी वाली सेवा का शुरू कर चुके हैं.

पीएम ने कहा- पहचान पत्र की बड़ी परेशानी..

ब्रिटिश पीएम ने कहा कि हमारे देश में पहचान पत्र को लेकर अक्‍सर समस्‍या सामने आती रहती है. उन्‍होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि आप में से कितने लोगों के सामने ऐसी समस्‍या आई है, लेकिन मुझे स्‍कूल में बच्‍चे का एडमिशन कराने से लेकर छोटे-बड़े हर काम के लिए पहचान पत्र की समस्‍या आती है. हमें लगता है कि ऐसी सर्विस शुरू करने के बाद हम सभी को इसका लाभ मिलेगा.’

ब्रिटेन ने जताई आधार पर चिंता..
एक तरफ तो ब्रिटिश पीएम ने आधार जैसी सर्विस अपने देश में शुरू करने की बात कही है तो दूसरी ओर ब्रिटिश थिंक टैंक ने इसे लेकर चिंता भी जताई है. ब्रिटिश अखबार ‘गार्जियन’ का कहना है कि इस तरह की आईडी से पहचान और डाटा के गलत इस्‍तेमाल का जोखिम रहेगा. भले ही भारत में इस तरह की सेवा सफल रही है, लेकिन ब्रिटेन में आधार जैसे पहचान पत्र की नकल करना जोखिम भरा काम हो सकता है.






Edited by k.s thakur...

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