DNA टेस्टिंग... सुपरपावर अमेरिका को 23 साल लग गए, अभी भी अटका, भारत 5 दिन में सौंप देगा सारे शव...
New delhi : अहमदाबाद में प्लेन क्रैश के बाद 274 लोग जल गए, पहचान के लिए DNA टेस्टिंग हुई. राहत कमिशनर ने बताया कि अब तक 24 शव सौंपे गए, 3-4 दिन में सभी सौंप दिए जाएंगे.
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कभी भी दो घटनाओं की तुलना नहीं की जा सकती, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी कहानी बताने जा रहे हैं, जिसे जानकर सुकून मिलेगा. आपको अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुआ अटैक जरूर याद होगा, जिसमें 3000 से ज्यादा लोग मारे गए थे. ज्यादातर लोग पूरी तरह जल चुके थे. उनकी पहचान करना मुश्किल था.
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ठीक इसी तरह की घटना अहमदाबाद में हुई, जिसमें प्लेन क्रैश के बाद 274 लोग आग में जल गए. दोनों जगह DNA टेस्टिंग का सहारा लेना पड़ा. लेकिन आप जानकर हैरान होंगे कि आज तक यानी 23 साल में अमेरिका 3000 से सिर्फ 1650 लोगों की DNA टेस्टिंग कर शवों को सौंप पाया है. जबकि भारत अगले 5 दिनों में सारे यात्रियों का शव उनके परिवारों को सौंप देगा.
अहमदाबाद केस के राहत कमिशनर आलोक पांडे ने बताया कि अब तक 24 लोगों के शव उनके परिजनों को सौंपे गए हैं. इनमें वडोदरा के 5, अहमदाबाद के 8, मेहसाणा के 4, उदयपुर, खेडा, बोटाद, अरवल्ली और जोधपुर के एक-एक लोग हैं.
आणंद के दो लोगों के शव सौपे गए हैं. उन्होंने बताया कि अब तक 47 DNA सैंपल मैच किए गए हैं और 44 परिवारों से संपर्क किया गया है. मृतकों के परिजनों की मदद के लिए अलग से 22 टीमों का गठन किया गया है. हम हर हाल में उनकी मदद कर रहे हैं. अफसरों की पूरी टीम लगाई गई है.
3 से 4 दिन में सारे शव सौंप दिए जाएंगे..
अधिकारियों ने बताया कि पीड़ित परिवारों से अनुरोध किया गया है कि भी DNA सैंपल दिए हैं, वे शव लेने के लिए आएं. सभी शवों को सौंपने में 3 से 4 दिन का समय लग सकता है. हमने 230 यात्रियों के परिवार से संपर्क किया है. इनमें 3 विदेशी नागरिकों के परिवार भी हैं, जो सोमवार सुबह तक पहुंच जाएंगे. अधिकारियों ने बताया कि अब तक 22 मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं. फिलहाल सिर्फ 13 घायल अस्पताल में भर्ती हैं, बाकी को छुट्टी दे दी गई है.
अमेरिका में अब तक क्या हुआ..
एबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, पेंटागन और पेन्सिलवेनिया में हुए हमलों में 2,977 लोग मारे गए थे. इनमें से लगभग 2,753 लोग सिर्फ न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में मारे गए. 2024 तक सिर्फ 1,647 शवों की पहचान हो पाई थी.
एबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, पेंटागन और पेन्सिलवेनिया में हुए हमलों में 2,977 लोग मारे गए थे. इनमें से लगभग 2,753 लोग सिर्फ न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में मारे गए. 2024 तक सिर्फ 1,647 शवों की पहचान हो पाई थी.
अभी भी लगभग 45% शवों की पहचान नहीं हो पाई है. जो शव पूरी तरह क्षत-विक्षत या जल गए थे, उनकी पहचान में कई साल लगे. इसकी वजह भी थी, क्योंकि अवशेष बहुत छोटे थे. DNA बहुत क्षतिग्रस्त था. बहुत सारे परिवारों ने सैंपल ही नहीं दिए. फिर भी next-gen sequencing के बावजूद बहुत शवों को लेने के लिए लोग भटक रहे हैं.
Edited by k.s thakur...




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