कालाहांडी जिले से भारी मात्रा में विस्फोटक जप्त मामला ; कांटाबांजी से लिंक, आरोपी फरार...
ओडिशा/कांटाबांजी : कालाहांडी जिले की जयपटना पुलिस और कालाहांडी एसपी के नेत्तृत्व में विस्फोटकों से लदे वाहन को जब्त किया है। वाहन में विस्फोटक भारी मात्रा में थे। पुलिस ने 6,500 किलोग्राम विस्फोटक और 115 डेटोनेटर जब्त किए हैं और जांच जारी है।
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पुलिस सूत्रों के अनुसार यह विस्फोटक का लिंक कांटाबांजी से है। जो की कलिंगा एंड कंपनी से भारी मात्रा में विस्फोटक कालाहांडी के जयपटना के किसी जगह भेजा जा रहा था। ज्ञात हो कि कलिंगा एंड कंपनी के मालिक अनूप कुमार अग्रवाल और दीपक कुमार जैन हैं।
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इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक कहां जा रहा था, इसका सही ठिकाने का पता नहीं चल पाया है। हालांकि, इस मामले में गिरफ्तार ड्राइवर ने बताया है कि वे विस्फोटक कांटाबांजी से लेकर आए थे।
यहां हम पाठकों को यह बताना चाहते हैं कि कांटाबांजी शहर में कुछ व्यापारियों के पास विस्फोटकों के भंडारण और बिक्री के लिए लाइसेंस हैं। लेकिन कुछ व्यापारी अवैध रूप से क्रशरों और अन्य लोगों को विस्फोटक बेच रहे हैं, और निर्धारित मात्रा से अधिक विस्फोटकों का भंडारण रखे हुए हैं !
कुछ महीने पहले बालासोर जिले की शोर पुलिस ने अवैध रूप से लदे एक वाहन को पकड़ा था। जांच के बाद वाहन से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया था। बालासोर जिले के शोर में जब्त विस्फोटकों का संबंध कांटाबांजी से भी था ! लेकिन मुख्य आरोपी पुलिस से बचने की कोशिश करके भाग निकला।
अब कालाहांडी में जब्त विस्फोटकों के तार भी कांटाबांजी से जुड़े हैं। पुलिस को सब पता है, लेकिन सवाल यह है कि कांटाबांजी से जुड़े मालिक को क्यों नहीं गिरफ्तार किया जा रहा है !
हालांकि पुलिस को प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दीपक जैन के छोटे भाई महावीर जैन इस सारे काम का देख रेख कर रहा था। कालाहांडी जिला पुलिस और बलांगीर जिला पुलिस मामले की जांच कर रही है, जबकि कालाहांडी पुलिस ने कांटाबांजी में डेरा डाला हुआ है।
इस मामले में कुछ और लोग भी शामिल हैं और आरोप है कि वे भी परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर लाइसेंस जारी करके सोनपुर और ढेंकनाल जिलों में विस्फोटकों की व्यापक बिक्री में शामिल हैं। स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है की इतनी भरी मात्रा में विस्फोटक नक्सल प्रभावित जिले में भेजा गया था जिसके पीछे असली मनसा क्या है। इसकी जांच पुख्ता तरीके से होनी चाहिए। अगर जरूरत पड़े तो एनआईए को भी इस घटना की जांच करनी चाहिए।
Edited by k.s thakur...




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