ISI कैसे करती है जासूसों की भर्ती, कहां होता है इंटरव्‍यू, कैसे करते हैं वेर‍िफ‍िकेशन, जानें एक-एक सच...

ISI कैसे करती है जासूसों की भर्ती, कहां होता है इंटरव्‍यू, कैसे करते हैं वेर‍िफ‍िकेशन, जानें एक-एक सच...


नई दिल्ली. ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत में जासूसी के आरोप में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें हिसार की ट्रैवल ब्लागर ज्योति मल्होत्रा भी शामिल है. अब इस बात की जानकारी सामने आ चुकी है कि कैसे पाकिस्तानी एंबेसी के जरिये खुफिया एजेंसी आईएसआई भारत के लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनसे जासूसी के काम को अंजाम दिलवाती थी. 

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पाकिस्तान का वीजा देने की आड़ में आईएसआई और उसके एजेंट पाकिस्तान हाई कमीशन के जरिये अपनी जासूसी का गंदा खेल खेलते थे. इनके जाल में लोग धीरे-धीरे फंसते चले जाते थे. इन लोगों में शामिल यू-ट्यूबर ज्योति मल्होत्रा तो महज एक मोहरा भर थी. अब तक कई लोगों को पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में पकड़ा जा चुका है.

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वीजा देने के बहाने जासूसी में धकेला..

‘टाइम्स नाउ’ की एक रिपोर्ट के मुताबकि जासूसी के आरोप में हरियाणा के नूह इलाके से गिरफ्तार किए गए एक शख्स ने साफ बताया कि उसको कैसे जासूसी के दलदल में धकेला गया. इसके लिए आईएसआई एक 4 चरणों की प्रक्रिया को अपनाता है. जासूसी के आरोप में अरेस्ट शख्स की पहचान मोहम्मद तारीफ के तौर पर की गई है. 

इस शख्स ने अपने कबूलनामे के एक वीडियो में कहा कि भारत में पाकिस्तान के उच्चायोग के जरिये चलने वाला यह नेटवर्क पाकिस्तानी वीजा चाहने वाले भारतीय नागरिकों को निशाना बनाता है. सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी भारत में अपने उच्चायोग की आड़ में इस जासूसी नेटवर्क को मजबूत करने के लिए कुछ खास तरह के लोगों को अपना निशाना बनाते हैं. पाकिस्तान उच्चायोग के जरिये लोगों को भारत में जासूसी का काम सौंपने से पहले पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों चार चरणों वाली प्रक्रिया का पालन करती है.

नूह से 2 गिरफ्तार

सोमवार को नूह से एक संदिग्ध की गिरफ्तारी के बाद इस पूरी वारदात का खुलासा हुआ. 48 घंटों में इसी इलाके से यह दूसरी गिरफ्तारी है. पकड़े गए संदिग्ध मोहम्मद तारीफ ने अपने कबूलनामे में खुलासा किया कि उसने वीजा हासिल करने के लिए सबसे पहले पाकिस्तान उच्चायोग से संपर्क किया था. 

हालांकि सीधी वीजा प्रक्रिया के बजाय उनसे पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी आसिफ को भारतीय सिम कार्ड उपलब्ध कराने के लिए कहा गया. इसके बाद तारीफ आगे चलकर बिचौलिया बन गया और पाकिस्तान हाई कमीशन के पास अधिक भारतीय ग्राहक लाने लगा.

जासूसों की भर्ती का तरीका एक

उसने और पाकिस्तान हाई कमीशन के अफसरों ने कथित तौर पर प्रति वीजा 15,000 रुपये लिए. जासूसों की भर्ती के अंतिम चरण में मोहम्मद तारीफ नामक शख्स को भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों की तस्वीरें खींचने का संवेदनशील काम सौंपा गया, जिसके लिए उसे लाखों रुपये देने का वादा किया गया था. तारीफ पिछले 48 घंटे से ज़्यादा समय में नूह से गिरफ़्तार किया गया दूसरा संदिग्ध है. 

पिछले हफ़्ते नूह के मेवात इलाके से 26 वर्षीय अरमान नामक युवक को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में अब तक कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें से पांच हरियाणा से, चार पंजाब से और एक-एक उत्तर प्रदेश और ओडिशा से गिरफ्तार किया गया है.



Edited by k.s thakur...




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