ऑपरेशन सिंदूर प्रेस कांफ्रेस: 21 ठिकाने तबाह, पाकिस्तान कोई दुस्साहस करेगा तो जवाब देंगे, पढ़ें 10 प्वाइंट्स...
Operation Sindoor press conference: ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में 21 आतंकी ठिकानों को तबाह किया. जैश ए मोहम्मद और लश्कर के ट्रेनिंग कैंप निशाने पर थे. सेना ने सिविलियन ठिकानों को निशाना नहीं बनाया.
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ऑपरेशन सिंदूर प्रेस कांफ्रेस: भारतीय सेना ने स्पष्ट किया है कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में 21 आतंकवादी ठिकानों को तबाह किया गया है. इसमें जैश ए मोहम्मद, लश्कर और अन्य आतंकवादी संगठनों के ट्रेनिंग कैंप और हेडक्वाटर्स हैं. भारत की सेना ने पहलगाम आतंकवादी हमलों के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए यह कार्रवाई की गई.
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इसमें किसी भी सिविलियन या सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया. इसके साथ ही सेना ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत की ओर से की गई यह कार्रवाई नॉन एस्केलेटरी है. यानी भारत अपनी तरफ से अब इस कार्रवाई को आगे नहीं बढ़ाएगा. लेकिन, पाकिस्तान की ओर से कोई गुस्ताखी की जाती है तो भारत की सशस्त्र सेनाएं जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारतीय सेना और विदेश मंत्रालय की ओर से आयोजित प्रेस कांग्रेस में ये बातें कही गईं. इसमें सेना की ओर से कर्नल सोफिया कुरैशी और एयर फोर्स की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पूरे ऑपरेशन की जानकारी दी.
प्रेस कांफ्रेंस की 10 बड़ी बातें..
- विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऐलान किया कि पाकिस्तान के किसी भी दुस्साहस से निपटने के लिए भारत तैयार है.
- ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान में उसके किसी भी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया.
- आतंकी ठिकानों को प्रामाणिक खुफिया जानकारी और सीमापार आतंकवाद में आतंकियों के शामिल होने के आधार पर चुना गया.
- ऑपरेशन के दौरान नौ जगहों पर 21 आतंकी शिविरों को तबाह कर दिया गया.
- यह ऑपरेशन मध्य रात्रि 1:05 से 1:30 के बीच 25 मिनट तक ऑपरेशन को अंजाम दिया गया.
- विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि हमारे कदम सधे हुए और टकराव बढ़ाने वाले नहीं है.
- आतंकी ढांचे को नष्ट करने के लिए पाकिस्तान की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया.
- ‘रजिस्टेंस फ्रंट’ नामक समूह ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी जो लश्कर-ए-तैयबा से संबद्ध है.
- पाकिस्तान ने दुनिया में अपनी पहचान आतंकवादियों की सुरक्षित पनाहगाह के रूप में बना ली है.
- पहलगाम हमले को जिस तरह अंजाम दिया गया, उसका मकसद सांप्रदायिक वैमनस्य को बढ़ावा देना था.
Edited by k.s thakur...




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