पाकिस्तानी सेना प्रमुख मुनीर ने अपने ही पीएम को 'उल्लू' बनाया! चीनी सेना की तस्वीर को भारत की बताकर किया गिफ्ट...

पाकिस्तानी सेना प्रमुख मुनीर ने अपने ही पीएम को 'उल्लू' बनाया! चीनी सेना की तस्वीर को भारत की बताकर किया गिफ्ट...


नई दिल्ली। भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की हर जगह बेइज्जती हो रही है। हर कोई भारत के सैन्य अभियान की तारीफ कर रहा है। इस बीच मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान झूठे प्रचार में लगा हुआ है। वो ऐसे दिखा रहा है, मानों उसने कोई बड़ी जीत पाई हो। 

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इस बीच पाकिस्तान एक बार फिर अपनी भद पिटाने में पीछे नहीं रहा। जीत के दावों के बीच उसका झूठ फिर पकड़ा गया है। यहां तक की उसके पीएम शहबाज को भी शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है। 

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शहबाज को भेंट की फेक फोटो!

दरअसल, पाक पीएम शहबाज शरीफ को एक हाई-प्रोफाइल डिनर कार्यक्रम में उपहार के रूप में एक फ्रेम वाली पेंटिंग भेंट करने के लिए पाक सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर का मजाक उड़ रहा है। इस्लामाबाद और दुनिया भर के कई सोशल मीडिया यूजर उनकी खिली उड़ा रहे हैं।

मुनीर ने जो फोटो भेंट की, उससे वो भारत पर हमले को दिखाना चाहते थे। लेकिन ये कथित चीनी सैन्य अभ्यास से मिलती दिखी। 

चीनी सैन्य अभ्यास की फोटो का दावा..

इंटरनेट पर जनरल मुनीर द्वारा प्रधानमंत्री शरीफ को उपहार में दी गई पेंटिंग को तेज तर्रार लोगों ने पहचान लिया। उन्होंने तुरंत पोस्ट करना शुरू कर दिया कि यह तस्वीर चीनी सैन्य अभ्यास की चार साल पुरानी तस्वीर से काफी मिलती-जुलती है।

कई सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया कि यह तस्वीर चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के अभ्यास के सार्वजनिक रूप से उपलब्ध दृश्यों से सीधे ली गई है, जिससे पाकिस्तान द्वारा ऑपरेशन बनयान-उन-मर्सूस के चित्रण की प्रामाणिकता पर सवाल उठ रहे हैं।

लोगों ने लिए मजे..

एक सोशल मीडिया उपयोगकर्ता ने कहा, ''ऐसा लगता है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने भारत के खिलाफ पाक सेना के हमले को दर्शाने के लिए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को एक पुरानी चीनी सैन्य तस्वीर उपहार में दी है। न केवल जीत की झूठी कहानी बल्कि इसके साथ एक नकली तस्वीर भी। क्या मजाक है।''

एक अन्य सोशल मीडिया यूजर ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ये पाकिस्तान के लिए एक और शर्मनाक पल है।  पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को गूगल से डाउनलोड की गई चीनी PHL-03 रॉकेट लॉन्चर की एक मॉर्फ्ड फोटो भेंट की गई है।''

बता दें कि मुनीर की पदोन्नति के समय से आलोचना बढ़ गई है। परंपरागत रूप से, फील्ड मार्शल का पद उन सैन्य लीडर्स के लिए आरक्षित है जो अपने देश को युद्ध में निर्विवाद जीत दिलाते हैं। 






Edited by k.s thakur...




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