छत्तीसगढ़ के इस जिले में सालों बाद फिर दिखी नक्सलियों की चहलकदमी, पुलिस ने बढ़ाई सर्चिंग...
छत्तीसगढ़ के मोहला मानपुर जिले में खड़गाव आता है, जोकि घोर नक्सल प्रभावित इलाका है। वहीं पहाड़ी इलाके का दूसरा छोर जंगल से होते हुए बस्तर की तरफ निकलता है। ऐसे में इस जगह को नक्सल प्रभावित होने से इनकार भी नहीं किया जा सकता है।
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बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में सालों बाद फिर नक्सलियों की चहलकदमी देखी जा रही है। जिले का वो इलाका जहां पहले कई नक्सली घटनाएं घट चुकी हैं। डौंडी ब्लाक के महामाया, डुलकी माइंस इलाके में सालों पहले नक्सलियों ने बारूद लूटने, वाहन उड़ाने और माइंस की गाड़ियों को जलाने जैसी घटना को अंजाम दिया था।
जिस वजह से महामाया में थाना भी खोला गया था। बीते सप्ताह ही माइंस से लगे कुमुरकट्टा गांव के चौक के पास संदिग्ध नौ वर्दीधारी लोगों को देखा गया। जिसमें कुछ के पास हथियार भी थे, तो उसमें दो महिला भी थीं।
फिर चार लोगों को महामाया थाने के आसपास घूमते हुए देखे जाने की खबर है। ऐसे में वर्दीधारी संदिग्ध के बारे में पता चलते ही जिले की पुलिस अलर्ट हो गई है। वही अब सर्चिंग अभियान तेज कर थाने की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। ग्राम कुमुरकट्टा ऐसा गांव है जहां के एक छोर से जंगल से होते हुए खड़गाव जा सकते है।
खड़गाव जो मोहला मानपुर जिले में आता है, जोकि घोर नक्सल प्रभावित इलाका है। वहीं पहाड़ी इलाके का दूसरा छोर जंगल से होते हुए बस्तर की तरफ निकलता है। ऐसे में इस जगह को नक्सल प्रभावित होने से इनकार भी नहीं किया जा सकता है। इसी इलाके में पहले कई दलम जैसे पल्लेमाड़ी दलम, मोहला मानपुर दलम, स्टार दलम के नाम से पर्चे बैनर भी मिले हैं।



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