अमृत-मित्र बनकर महिलाएं जांचेंगी पानी की गुणवत्ता, एक सैंपल पर मिलेंगे 48 रुपए...
शहडोल। मध्य प्रदेश में अब शहरी आजीविका मिशन से जुड़ी समूह की महिलाओं को अमृत मित्र बनाकर शहर में पानी की गुणवत्ता जांचने की बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके पहले नगर पालिका का स्वास्थ्य विभाग कभी-कभार पानी की जांच करता था। अब यह कार्य महिलाएं नियमित रूप से करेंगी।
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शहडोल नगर पालिका ने इसकी तैयारी शुरू कर दिया है। इसकी एवज में महिलाओं को 48 रुपये प्रति सैंपल के आधार पर प्रदान किए जाएंगे। शहडोल नगर पालिका क्षेत्र के सभी 39 वार्डों में जल गुणवत्ता परीक्षण (डब्ल्यू क्यूआर) का काम महिलाओं को दिया जाएगा। शासन के निर्धारित मापदंड के अनुसार, महिलाएं पानी के गुणवत्ता की जांच कर नगर पालिका को सैंपल सौंपेगी।
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नगर पालिका में संचालित अमृत 2.0 योजना के तहत यह पहल की जा रही है। इसके लिए डे-एनयूएलएम में पंजीकृत स्व-सहायता समूहों को लिया जाएगा। इस कार्य के बदले महिलाओं को निर्धारित प्रति टेस्ट 48 रुपये दिए जाएंगे।
शहरवासियों को साफ गुणवत्तायुक्त पीने का पानी मिले, इसके लिए नियमित निगरानी की व्यवस्था बनाई जा रही है। नगरीय प्रशासन एवं विकास के निर्देश पर इस व्यवस्था को आकार देने का काम शुरू किया गया है। - अक्षत बुंदेला, मुख्य नगरपालिका अधिकारी.
जानिए योजना के बारे में सबकुछ ..
- प्रदेश की उन सभी नगर पालिकाओं में यह प्रयोग किया जा रहा है, जो जिला मुख्यालय में स्थित हैं।
- सीएमओ ने बताया कि इसी श्रेणी में शहडोल नगर पालिका भी आती है, जहां प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
- महिलाओं को जोड़कर उनकी आमदनी बढ़ाने के साथ नगर वासियों को स्वच्छ पानी दे मुख्य उद्देश्य है।
- वार्ड में महिलाएं घर-घर जाएंगी और लोगों के पीने के पानी का नमूना लेकर जांच करेंगी।
टेस्टिंग मशीन भी देगी नगर पालिका ..
शहरी आजीविका मिशन के प्रबंधक सत्यकाम मिश्रा ने बताया कि शहर के सभी 39 वार्डों में एक या इससे अधिक जरूरत के अनुसार समूह की महिलाओं को जल गुणवत्ता परीक्षण की जिम्मेदारी देना है। समूहों से प्रस्ताव मंगाया गया है। काम करने में सक्षम महिलाओं का चयन किया जाएगा।
इसके बाद उन्हें एक टेस्टिंग मशीन नगर पालिका देगी। उसी मशीन के माध्यम से पानी का नमूना लेकर प्रारंभिक जांच करेंगी। इसके बाद यह नमूने नगर पालिका में जमा होंगे और दोबारा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग की लैब से जांच कराकर पानी की गुणवत्ता परखी जाएगी।
पंजीकृत समूहों से छह सितंबर तक प्रस्ताव मंगाए गए हैं। मुख्य नगर पालिका अधिकारी की देखरेख में यह पूरी प्रक्रिया संचालित होगी।
Courtesy : naidunia
Edited by k.s thakur...




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