आठगढ़ वनमंडल में गोलियों के साथ मिले टस्कर ने दी जिंदगी की जंग..
कटक जिले के आठगढ़ वन मंडल के नरसिंहपुर वन क्षेत्र में एक नाले के पास गोली के घाव के साथ पाए गए पचीडर्म ने मंगलवार को दम तोड़ दिया। आठ दिनों तक संघर्ष करने के बाद, टस्कर ने जीवन के लिए लड़ाई छोड़ दी। सतकोसिया टाइगर रिजर्व, नंदनकानन जूलॉजिकल पार्क और ओडिशा कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ डॉक्टर नरसिंहपुर जंगल में बीमार पचीडर्म का इलाज कर रहे थे। हालांकि, जानवर को नया जीवन देने के उनके प्रयासों का कोई नतीजा नहीं निकला। Advt..बंदूक की गोली के कारण हुए तेज दर्द से टस्कर कांप रहा था जिसके कारण उसने कुछ भी खाना बंद कर दिया था।
पीसीसीएफ शशि पॉल ने पहले मीडियाकर्मियों को सूचित किया था कि हाथी को एक देशी बंदूक से गोली मारी गई थी और उसके पैर, धड़, कंधे, शरीर और कान पर गोली लगी थी। और जो घाव उसे मिले थे वो 15 दिन पुराने हैं। यह एक लक्षित हमला था। Advt..गोली लगने से हाथी के दाहिने पैर में सेप्टीसीमिया हो गया था। इसके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए इसे ड्रिप के माध्यम से एंटीबायोटिक दिया जा रहा था। रात के समय हाथी पर नजर रखने के लिए कुछ वन अधिकारी लगे हुए थे। पचीडर्म बाद में सेप्टीसीमिया के कारण कमजोर हो गया था।
(Courtesy : jagran)Edited by k.s thakur...




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